छत्तीसगढ़ में हरे चारे के उत्पादन
और उपयोग को बढ़ावा देने के लिए 28 अगस्त से 11 सितम्बर तक चारा महोत्सव पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा।
रायपुर,25 अगस्त(36गढ़ डाट इन)छत्तीसगढ़ में हरे चारे के उत्पादन और उपयोग को बढ़ावा देने के लिए 28 अगस्त से 11 सितम्बर तक चारा महोत्सव पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा।
इस पखवाड़े में प्रत्येक विकासखंड में पशुपालन विभाग द्वारा विविध कार्यक्रम आयोजित कर चारा विकास से संबंधित योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
इसके साथ ही नि:शुल्क चारा मिनीकिट्स तथा अनुदान पर चारा कटर का वितरण भी किया जाएगा। कृषि एवं पशुपालन मंत्री श्री चंद्रशेखर साहू ने प्रदेश के सभी जिला पंचायत और जनपद पंचायत अध्यक्षों को पत्र लिखकर इस महोत्सव व्यापक जनभागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की है।
कृषि एवं पशुपालन मंत्री श्री चन्द्रशेखर साहू ने आज बताा कि छत्तीसगढ़ की कृषि अर्थव्यवस्था में पशुपालन का विशेष महत्व है। अर्थव्यवस्था में पशुओं और पशुपालकों के योगदान को रेखांकित करने के लिए प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिवर्ष पोला त्यौहार मनाया जाता है।
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में पशु नस्ल सुधार कार्यक्रम के तहत उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की गई है। राज्य के गठन के समय जहां प्रतिवर्ष डेढ़ लाख कृत्रिम गर्भाधान किए जाते थे, वहीं यह संख्या अब बढ़कर पांच लाख से अधिक हो गई है।
प्रदेश में चारे का उत्पादन एवं उपलब्धता में आनुपातिक वृध्दि नहीं होने से पशु नस्ल सुधार का कार्यक्रम प्रभावित हो रहा है।
अत: चारे के विकास को बढ़ावा देने के लिए इस वर्ष पोला त्यौहार के अवसर पर चारा महोत्सव पखवाड़ा मनाने का निर्णय लिया गया है।
श्री साहू ने बताया कि पखवाड़े के दौरान आयोजित कार्यक्रमों के तहत चारा उत्पादन से संबंधित शासकीय योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार कर किसानों और पशुपालकों को इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया जाएगा, जिनमें चारा उत्पादन में वृध्दि और गुणवत्ता में सुधार संबंधी योजनाएं शामिल हैं।
नाबार्ड द्वारा संचालित चारा विकास एवं डेयरी उद्यमिता योजना के तहत पात्र हितग्राहियों का चयन भी इस पखवाड़े के दौरान किया जाएगा।
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