खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री पुन्नूलाल मोहले ने कहा है कि दुनिया में शांति, मैत्री, सत्य, अहिंसा और सामाजिक समरसता के लिए गुरू घासीदास के सहज-सरल सिध्दांत आज भी प्रासंगिक है।
रायपुर,23 फरवरी(36गढ़ डाट इन) खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री पुन्नूलाल मोहले ने कहा है कि दुनिया में शांति, मैत्री, सत्य, अहिंसा और सामाजिक समरसता के लिए गुरू घासीदास के सहज-सरल सिध्दांत आज भी प्रासंगिक है।
उनके उपदेशों में सम्पूर्ण मानवता के कल्याण की भावना निहित है। उन्होंने कहा कि सतनाम ही जीवन का सार है।
सतनाम के मार्ग पर चल कर दुनिया में शांति स्थापित की जा सकती है। श्री मोहले आज यहां राजधानी रायपुर के टिकरापारा स्थित गोड़वाना समाज के भवन में आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय गुरू घासीदास लोक कला महोत्सव के शुभारंभ सत्र को सम्बोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता समाज के वरिष्ठ सदस्य श्री भूषण लाल जांगड़े ने की। गुरू घासीदास लोक कला महोत्सव का आयोजन राज्य सरकार के आदिम जाति और अनुसूचित जाति विभाग द्वारा किया गया है।
श्री मोहले ने महोत्सव में राज्य के विभिन्न जिलों से आए पंथी कलाकारों को अपनी बधाई और शुभकामनाएं दी और उन्होंने सतनाम का संदेश को लोक कला के माध्यम से देश-विदेश में पहुंचाने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अनुसूचित जातियों के सर्वागींण विकास के कई योजनाएं संचालित कर रही है। इसका लाभ सभी को लेना चाहिए।
दो दिवसीय इस कला महोत्सव में राज्य के विभिन्न जिलों के 21 पंथीदल भाग ले रहे है। शुभारंभ अवसर पंथी कलाकारों ने सुमधुर मांदर के थापों और मनमोहक नृत्य प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया।
महोत्सव के प्रतियोगता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले दल को एक लाख रूपये, द्वितीय स्थान पर आने वाले को 75 हजार और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले दल को पचास हजार रूपये का पुरस्कार दिया जाएगा।
महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर राज्य अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष श्री चोवाराम खांडेकर, राज्य के विभिन्न जिलों से आए पंथी कलाकार सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
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