मुख्यमंत्री ने की एनीकट निर्माण की घोषणा * गरीब परिवारों की पचास बेटियों के हाथ पीले हुए
सिरपुर 11 फरवरी (36गढ़ डाट इन)- मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बुधवार शाम महानदी के तट पर इतिहास प्रसिध्द ग्राम सिरपुर में तीन दिवसीय ‘सिरपुर महोत्सव’ का शुभारंभ किया।
उन्होंने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि सिरपुर न केवल छत्तीसगढ़ और भारत बल्कि पूरी दुनिया की एक अनमोल ऐतिहासिक धरोहर है। यहां हो रहे उत्खनन से लगातार नये और महत्वपूर्ण तथ्य सामने आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने सिरपुर में पेयजल और निस्तारी सुविधा के लिए महानदी पर जल्द एनीकट निर्माण की घोषणा की और कहा कि इस एनीकट से यहां का सौंदर्य भी बढ़ेगा। डॉ. रमन सिंह ने इस मौके पर वहां हाल ही में हुए उत्खनन में प्राप्त विशाल सुरंगटीले के सौंदर्य को भी आश्चर्यचकित होकर निहारा।
नदी के रेतीले आंचल में आयोजित महोत्सव के शुभारंभ समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि बौध्द, जैन. वैष्णव और शैव संस्कृतियों के अद्भुत समन्वय का प्रतीक सिरपुर ज्ञान-विज्ञान, आध्यात्म और आस्था का प्रमुख केन्द्र भी है।
उन्होंने कहा कि दुनिया का इतिहास गवाह है कि जहां-जहां भी ज्ञान-विज्ञान के साथ संस्कृतियों का जुड़ाव हुआ है, वहां विकास भी उसी के अनुरूप हुआ है। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ का इतिहास काफी समृध्द रहा है। भारत यात्रा के दौरान चीन के महान पर्यटक व्हेनसांग भी यहां आए थे।
उन्होंने श्रीपुर के नाम से प्रसिध्द इस तत्कालीन शहर के वैभव, महत्व और गौरव के बारे में विस्तार से लिखा है। उत्खनन में यहां अनाज के बड़े भण्डार और आयुर्वेद रसायन शास्त्र की प्रयोगशाला मिली है।
शैव, वैष्णव, जैन और बौध्द जैसे अलग-अलग मतों के मानने वाले यहां परस्पर मेल-मिलाप और समन्वय की भावना से रहते थे। सामाजिक समरसता का इससे अच्छा उदाहरण दुनिया में शायद और कहीं देखने को नहीं मिलता। इस दृष्टि से पांचवी-छठवीं शताब्दी में भी सिरपुर पूरी दुनिया को रास्ता दिखाता था और 21 शताब्दी में भी रास्ता दिखाता रहेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने उम्मीद जतायी कि दुनिया के नक्शे पर बहुत जल्द सिरपुर को एक अलग पहचान के साथ विश्व धरोहर के रूप में मान्यता मिलेगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश का सबसे बड़ा पुरातात्विक उत्खनन कार्य यहां चल रहा है। उन्होंने कहा कि यहां सात करोड़ रूपए की लागत से टूरिस्ट मोटल का निर्माण भी शुरू हो गया है।
विशेष अतिथि की आसंदी से समारोह में कृषि मंत्री और महासमुंद जिले के प्रभारी श्री चन्द्रशेखर साहू ने कहा कि सिरपुर विभिन्न धर्मों की मिलन स्थली है।
उन्होंने यहां पिछले कुछ वर्षों से सफलता पूर्वक हो रहे उत्खनन कार्य के लिए प्रसिध्द पुरातत्ववेत्ता श्री ए.के.शर्मा सहित सभी संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर पूर्व संसदीय सचिव द्वय श्री पूनम चन्द्राकर और डॉ. त्रिविक्रम भोई, पूर्व विधायक श्री त्रिलोचन पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री छत्तरसिंह नायक, रायपुर संभाग के कमिश्नर श्री मनोहर पाण्डे, सचिव पर्यटन श्री सुब्रत साहू और आयुक्त संस्कृति श्री राजीव श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे। कलेक्टर श्रीमती निहारिका बारिक सिंह ने स्वागत भाषण दिया।
सिरपुर महोत्सव में आज मुख्यमंत्री कन्या दान योजना के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में गरीब परिवारों की पचास कन्याओं का विवाह सम्पन्न हुआ।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस अवसर पर सभी नव विवाहित दम्पत्तियों को आशीर्वाद सहित अपनी शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री स्वयं इन जोड़ों के पास पहुंचे और हल्दी लगे चावल देकर उनके खुशहाल दाम्पत्य जीवन की कामना की।
सिरपुर में आज से प्रारंभ तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम में संस्कृति प्रेमी नागरिक महानदी के तट के समीप बैठकर मंच में आयोजित हो रहे लोक कला तथा विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद उठायेंगे।
महोत्सव के पहले दिन आज बुंदेलखण्ड का प्रसिध्द राई नृत्य, राजस्थान का प्रसिध्द कालबेलियां नृत्य, उड़ीसा का लोकनृत्य, लाफिन कला के कलाकारों द्वारा जसगीत, ग्राम अर्जुन्दा का लोकरंग, ख्याति प्राप्त शर्मा बंधुओं का भजन गायन, पिथौरा के बांसकांटा का नाचा के अलावा भिलाई की संस्था द्वारा सिरपुर के इतिहास को लेकर ध्वनि एवं प्रकाश पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा।
सिरपुर महोत्सव में राज्य शासन की विभिन्न योजनाओं पर आधारित विकास प्रदर्शनी भी लगाई गयी है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने महोत्सव के शुभारंभ के अवसर पर इस प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
36गढ़ डाट इन