छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि राज्य सरकार सुव्यवस्थित और क्रमबध्द तरीके से प्रदेश में शराब बंदी लागू करने की दिशा में सार्थक पहल कर रही है ।
रायपुर, 1 अक्टूबर(36गढ़ डाट इन) छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि राज्य सरकार सुव्यवस्थित और क्रमबध्द तरीके से प्रदेश में शराब बंदी लागू करने की दिशा में सार्थक पहल कर रही है ।
ताकि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सपनों को साकार करते हुए शराब मुक्त और व्यसन मुक्त स्वस्थ छत्तीसगढ़ और नशामुक्त स्वस्थ भारत का निर्माण किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर जनता के नाम अपने संदेश में इस आशय के विचार व्यक्त किए हैं।
डॉ. रमन सिंह ने कल दो अक्टूबर को गांधी जी सहित पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर आम जनता को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
डॉ. रमन सिंह ने आज यहां जारी बधाई संदेश में कहा है कि इन दोनों महान विभूतियों की प्रेरणादायक जीवन गाथा देश और दुनिया के लिए अनमोल धरोहर हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने सादगी, सच्चाई और अहिंसा के मार्ग पर चलकर देश की आजादी के आंदोलन में अपनी ऐतिहासिक और निर्णायक भूमिका निभाई।
उन्होंने देश को स्वावलम्बन के रास्ते पर चलने की प्रेरणा दी और ग्राम स्वराज के साथ-साथ सुशासन और सुराज का भी मार्ग दिखाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने गांव, गरीब और किसानों की बेहतरी को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल कर महात्मा गांधी के इन सपनों को साकार करने का संकल्प लिया है।
इस दिशा में हाल के वर्षों में विभिन्न योजनाओं की शुरूआत की गई है। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी ने जिस शराब मुक्त और व्यसन मुक्त भारत का सपना देखा था, उसे साकार करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने राज्य में अपनी ओर से पहल शुरू कर दी है।
इसके लिए राज्य सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष 2011-12 में दो हजार तक आबादी वाले गांवों में सरकारी लायसेंस वाली देशी-विदेशी शराब की लगभग ढाई सौ दुकानों को एक अप्रैल से बंद करवा दिया गया है।
यह शराब बंदी की दिशा में राज्य सरकार का पहला प्रयोगात्मक कदम है।
आबकारी नीति में राज्य सरकार ने संशोधन किया है और अवैध शराब बेचने वालों तथा सार्वजनिक स्थानों पर मदिरा पान करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
शराब की सामाजिक बुराई के खिलाफ जनचेतना जाग्रत करने के लिए गांवों में महिलाओं को संगठित कर भारत माता वाहिनियों का गठन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री लाल बहादुर शास्त्री को याद करते हुए कहा कि शास्त्री जी ने युध्द के कठिन हालात में देश का नेतृत्व संभाला और देशवासियों को ‘जय जवान-जय किसान’ का प्रेरणादायक नारा देकर जवानों और किसानों का हौसला बढ़ाते हुए देश के सभी नागरिकों में राष्ट्रीयता का संचार किया।
शास्त्री जी के इस योगदान को देश हमेशा याद रखेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जबकि देश और दुनिया में नक्सलवाद, आतंकवाद, युध्द, हिंसा और प्रतिहिंसा के बादल मंडरा रहे हैं, तब ऐसे कठिन दौर में गांधी जी और शास्त्री जी के आदर्श और सिध्दांत सबके लिए और भी ज्यादा प्रासंगिक हो जाते हैं।
36गढ़ डाट इन