राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण के महानिदेशक एवं केन्द्रीय मानव संसाधन
विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री जगमोहन सिंह राजू ने आज यहां छत्तीसगढ़ में साक्षर भारत कार्यक्रम के क्रियान्वयन की स्थिति की समीक्षा के लिए राज्य स्तरीय बैठक ली।
रायपुर,1 अक्टूबर(36गढ़ डाट इन) राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण के महानिदेशक एवं केन्द्रीय मानव संसाधन
विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री जगमोहन सिंह राजू ने आज यहां छत्तीसगढ़ में साक्षर भारत कार्यक्रम के क्रियान्वयन की स्थिति की समीक्षा के लिए राज्य स्तरीय बैठक ली।
स्थानीय नवीन विश्राम भवन के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में श्री राजू ने बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित दक्षिण बस्तर (दंतेवाड़ा), नारायणपुर, बीजापुर और उत्तर बस्तर (कांकेर) जिले में महिला साक्षरता को बढ़ाने विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
उन्होंने सबसे पहले कम्प्यूटर आधारित प्रस्तुतिकरण के माध्यम से प्रदेश के 16 जिलों में चल रहे साक्षर भारत कार्यक्रम की प्रगति की जानकारी प्राप्त की।
श्री राजू ने ऐसे स्कूली बच्चों जिनके माता-पिता असाक्षर हैं, उन्हें कार्यक्रम के तहत साक्षर बनाने के लिए इन बच्चों को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक-सामाजिक संस्थाओं और संगठनों को साक्षर भारत कार्यक्रम से जरूर जोड़ा जाए।
बैठक में राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के संचालक श्री अनिल राय ने कम्प्यूटर आधारित प्रस्तुतिकरण के माध्यम
से बताया कि प्रदेश के सोलह जिलों जांजगीर-चाम्पा, जशपुर, कबीरधाम (कवधर्ा), कोरबा, कोरिया, महासमुंद, रायपुर,
सरगुजा, बिलासपुर, रायगढ़, बस्तर (जगदलपुर), नारायणपुर, बीजापुर, दक्षिण बस्तर (दंतेवाड़ा), उत्तर बस्तर (कांकेर)
और राजनांदगांव को साक्षर भारत कार्यक्रम के दायरे में रखा गया है।
इन जिलों के 18 लाख 84 हजार से अधिक प्रौढ़ असाक्षरों को साक्षर करने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि साक्षर भारत कार्यक्रम के लिए मिली राशि के भुगतान के लिए ऑन लाईन खाते खोले जा रहे हैं।
राज्य, जिला और विकासखण्ड स्तर पर बैंकों में खाते खोले जा चुके हैं। ग्राम पंचायत स्तर पर खाते खोलने की कार्रवाई प्रगति पर है। श्री राजू ने साक्षर भारत कार्यक्रम में शामिल सभी आठ हजार 413 ग्राम पंचायतों में खाते खोलने का कार्य इस
महीने के पूर्ण करने के निर्देश दिए।
महानिदेशक ने साक्षर भारत कार्यक्रम के उद्देश्यों पर चर्चा करते हुए कहा कि साक्षर भारत कार्यक्रम के अन्तर्गत पन्द्रह वर्ष से अधिक उम्र के असाक्षर व्यक्तियों खासकर महिला असाक्षरों को साक्षर बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
महिला साक्षरता को बढ़ाने की दिशा में आ रही सभी दिक्कतों को दूर किया जाए। उन्होंने कहा कि कई बार समीक्षा बैठकों में बताई गई प्रगति और वास्तविक मैदानी स्थिति में अन्तर दिखाई देती है। ऐसी स्थिति में लक्ष्य प्राप्ति में कठिनाई आती है।
समीक्षा बैठक में श्री राजू प्रदेश में नवसाक्षरों को पांचवी
और आठवी परीक्षा पास कराने के लिए चलाए जा रहे समतुल्यता कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसके लिए पाठय-पुस्तक तैयार करने के साथ पढ़ाई और मूल्यांकन की पध्दति को और अधिक सुदृढ़ किया जाए।
बैठक में हर साल दो बार मार्च और अगस्त माह में आयोजित होने वाले परीक्षा महाभियान में छत्तीसगढ़ की भागीदारी पर विस्तार से चर्चा हुई। श्री राजू ने परीक्षा महाभियान में नवसाक्षरों को शामिल कराने के लिए अधिक सुनियोजित कार्ययोजना तैयार करने की जरूरत बतायी।
बैठक में बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में साक्षर भारत कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विशेष रणनीति तैयार करने का निर्णय लिया गया। साक्षर भारत कार्यक्रम में शामिल जिलों में सर्वेक्षण के बाद यदि निरक्षरों की संख्या बढ़ती है तो संशोधित
कार्ययोजना तैयार कर स्वीकृति के लिए केन्द्र शासन को भेजा जाएगा।
बस्तर क्षेत्र में निर्धारित योग्यता के अनुरूप महिला अनुदेशक नहीं मिलने की जानकारी होने पर आस-पास के गांवों से योग्य अनुदेशक नियुक्त करने के निर्देश दिए गए। इसके लिए राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण की सामान्य सभा की बैठक में प्रस्ताव लाया जाएगा।
बैठक में राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण के निदेशक श्री आई.पी.एस.बख्शी सहित मिशन के सलाहकार श्री आर.पी. पाठक और श्री एस.सी.गर्ग, राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के सहायक संचालक द्वय श्री प्रशांत पाण्डेय, श्री दिनेश टांक, साक्षर भारत कार्यक्रम में शामिल जिलों की जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, साक्षर भारत कार्यक्रम के जिला परियोजना अधिकारी, सहायक परियोजना अधिकारी और जनशिक्षण केन्द्रों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
36गढ़ डाट इन