बरसात मे उमस के कारण शरीर मे जिपजिपाहट बहुत महसुस होती है । रात को अगर गुलाब या यमेली के फुलों या संतरे या मौसमी के छिलकों को पानी मे भिगो कर सोज सुबह शाम नहायें और दिन मे भी दो-तीन बार इसी पानी से मुंह धोएं ।
बरसात मे उमस के कारण शरीर मे जिपजिपाहट बहुत महसुस होती है । रात को अगर गुलाब या यमेली के फुलों या संतरे या मौसमी के छिलकों को पानी मे भिगो कर सोज सुबह शाम नहायें और दिन मे भी दो-तीन बार इसी पानी से मुंह धोएं ।
पसीना आने के बावजुद आप ताजगी महसूस करेंगे। इन दिनों पैरों को बंद जुतों मे रखने से बदबू आने लगती है ।
हर रोज पैर अच्छी तरह से धोयें । फिर उन्हें सुखा कर उन पर टैल्कम पाउडर छिडकें। हमेशा वाटरप्रुफ मेकअप का इस्तेमाल करें।
मेकअप करने मे जल्दबाजी न करें।आप वाटरप्रूफ बेस का प्रयोग करें। चाहें तो टु वे केक लगायें। इससे चिपचिपाहट महसुस नहीं होगी। हल्के रंग का ब्लशर चेहरे को सुंदरता देगा।
आई शैडो के स्थान पर रंगीन आई लाइनर व काजल पैंसिल का प्रयोग कर सकते हैं।इस मौसम मे लाइनर वाटरप्रूफ होना चाहिए।
मस्कारा आप ट्रांसपेरेंट या वाटरप्रुफ लगायें या फिर अच्छी क्वालिटी की स्टिकर बिंदी का इस्तेमार करें ।
लिपसि्टक लगाने से पहले लिप लाइनर से आउटलाइन बनायें।लिपस्टिक के बदले लिप पैंसिल से भी होठों को भरा जा सकता है।