छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिला में तेज गर्मी की वजह से भूमिगत जलस्त्रोतों का स्तर तेजी से नीचे गिरनेसे जल समस्या गंभीर रूप धारण कर लिया है ।
महासमुंद, 30 अप्रैल (36गढ डाट इन) छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिला में तेज गर्मी की वजह से भूमिगत जलस्त्रोतों का स्तर तेजी से नीचे गिरनेसे जल समस्या गंभीर रूप धारण कर लिया है ।
अप्रैल माह में लगभग 43 डिग्री सेल्सियस तक तापमान के पहुंच जाने से लोग गर्मी के कारण बेचैन रहने लगे हैं। कई इलाकों में पानी की किल्लत के चलते लोग लोग टैंकर का इंतजार दोपहर में करते हैं।
नगर के क्लबपारा, कलेक्टोरेट रोड, नयापारा सहित कई वार्डों में पेयजल समस्या ने गंभीर रूप ले लिया है। लोगों तक पानी पहुंचाने नगर पालिका ने टैंकरों की व्यवस्था की है, इसके बावजूद मांग के अनुरूप पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है।
निजी घरों में लगे नलों से लोग ज्यादा पानी लेने के चक्कर में मोटरपंप का उपयोग कर रहे हैं यह भी पानी की किल्लत का एक प्रमुख कारण है।
पिछले वर्ष नपा के अनुरोध पर विद्युत विभाग ने नल आने के समय बिजली बंद कर नलों से मोटरपंप के जरिए पानी लेने की प्रवृत्ति पर रोक लगाई थी,लेकिन इस बार इस तरह का प्रयास नहीं किया जा रहा है।
शहरी क्षेत्रों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल, निस्तारी के लिए ग्रामीणों को जूझना पड रहा है। कई गांवों के तालाबों और हैंडपंपों के सूखने से आम लोगों के साथ मवेशियों के समक्ष भी पानी की समस्या आ गई है।
बिगडे हैंडपंपों की मरम्मत के प्रति भी विभाग के अफसरों का रवैया उदासीन है।
36गढ डाट इन