वर्तमान में शहर के पास के गोकुल नगर में करीब 25 एकड़ जमीन पर मेडिकल कालेज का निर्माण होना है। गत विधानसभा चुनाव के पहले मुख्मंत्री रमन सिंह ने 2008 के आखिर में इसकी घोषणा के साथ ही शिलान्यास किया था।
रायगढ़ 10 फरवरी (36गढ़ डाट इन)-रायगढ़ एक प्रमुख औद्योगिक शहर के रूप में उभर रहा है। यहां बहुत लंबे समय से एक मेडकिल कालेज की मांग स्थानीय जनता द्वारा की जाती रही है।
शहर में मेडिकल कालेज खोले जाने की मांग तीन दशक पुरानी है। यहां मेडिकल कालेज बनाने की स्वीकृति और धन का आबंटन भी राज्य सरकार द्वारा कर दिया गया है। 2-3 वर्षों में मेडिकल कालेज स्वरूप ले लेगा।
वर्तमान में शहर के पास के गोकुल नगर में करीब 25 एकड़ जमीन पर मेडिकल कालेज का निर्माण होना है। गत विधानसभा चुनाव के पहले मुख्मंत्री रमन सिंह ने 2008 के आखिर में इसकी घोषणा के साथ ही शिलान्यास किया था।
वहीं तकरीबन डेढ़ साल पहले पहले मेडिकल कालेज के निर्माण के लिए बजट आबंटन किया गया था। वहीं बजट राशि जारी किए जाने के कुछ समय बाद इसे लोक निर्माण विभाग को सौंप दिया गया है। अब निविदा होने के बाद का निर्माण कार्य शुरू होने की स्थिति में है।
इसके लिए दो साल की समय सीमा निर्धारित की गई है। पिछले दिनों नगर निगम सभापति कार्यभार ग्रहण समारोह में जिले के प्रभारी व स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल ने बताया था कि पिछले 15 साल में शहर ने आर्थिक रूप से बहुत प्रगति की है और यह प्रगति निरंतर जारी रहेगी।
मेडिकल कालेज का लोगों को लंबे समय से इंतजार था। मेडिकल कालेज के लिए टेंडर भी पास हो चुका है। जिसका कार्य सप्ताह भर के अंदर शुरू कर देने की बात कही थी। ऐसे में अब मेडिकल कालेज का निर्माण होना सुनिश्चित है। जिसके लिए शहरवासियों को तकरीबन और दो साल का इंतजार करना पड़ सकता है।
तकरीबन पांच सौ बेड लगाने का प्लान बनाया जा रहा है, इस संबंध में चर्चा करने पर डा. एसएल आदिले, डीएमई चिकित्सा शिक्षा ने बताया कि वर्तमान में बिस्तरों की संख्या तीन सौ होगी। आगे चलके बिस्तरों की संख्या को तीन सौ से बढ़ाकर पांच सौ कर दी जाएगी।
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