पहला शक्कर कारखाना कवर्धा में स्थित है। उम्मीद की जा रही है कारखाना विकास की किरण के रूप में प्रारम्भ होकर प्रकाश पुंज के रूप में विकसित होगा।
प्रतापपुर 10 फरवरी (36गढ़ डाट इन)- आखिरकार लंबे इंतजार के बाद सरगुजा में शक्कर कारखाना खुल ही गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने 9 फरवरी को प्रतापपुर जनपद अन्तर्गत केरता गांव में 118 करोड़ की लागत से स्थापित मॉ महामाया सहकारी शक्कर कारखाने का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह शक्कर कारखाना सरगुजा क्षेत्र के औद्योगिक विकास में मील का पत्थर साबित होगा। यह प्रदेश का दूसरा शक्कर कारखाना है।
पहला शक्कर कारखाना कवर्धा में स्थित है। उम्मीद की जा रही है कारखाना विकास की किरण के रूप में प्रारम्भ होकर प्रकाश पुंज के रूप में विकसित होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 40 करोड़ की लागत से पी.पी.पी. मॉडल पर बनने वाले 10 मेगावॉट विद्युत केन्द्र के स्थापना की घोषणा की गई।
मुख्यमंत्री ने आज के दिन को जिले और प्रदेश वासियों के लिये ऐतिहासिक बताते हुये कहा कि जब तक कारखाने की चिमनी से धुआं निकलता रहेगा, तब तक जिले का विकास अनवरत रूप से होता रहेगा।
उन्होंने कहा कि कारखाने को अधिकतम दिनों तक संचालित करने का प्रयास किया जा रहा है, जिसके लिये उन्होंने किसानों से अधिक से अधिक मात्रा में गन्ने का उत्पादन करने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने कारखाने के सिविल, तकनीकी एवं उत्पादन से जुड़ी समस्त बातों की जानकारी प्राप्त करते हुए कारखाने का निरीक्षण किया।
गृह, जेल एवं सहकारिता मंत्री ननकी राम कंवर ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि कवर्धा की भांति सरगुजा का यह कारखाना भी यहां के लोगों के लिये चहॅमुखी विकास का पर्याय बनेगा।
कृषकों के लिए गन्ना बीज का मूल्य 200 रूपये प्रति क्विंटल तथा प्रति हेक्टेयर अनुदान राशि बीज मूल्य का 25 प्रतिशत या 2 हजार 500 रूपये प्रति हेक्टेयर निर्धारित किया गया है। गन्ना उत्पादक किसानों के लिए कुल 8 हजार 598 किसान क्रेडिट कार्ड बनाये गये हैं।
कारखाने द्वारा किसानों को प्रति हेक्टेयर 40 हजार रूपये की ऋण साख सीमा तथा अधिकतम ऋण सीमा 5 लाख रूपये निर्धारित की गई है।
गन्ना किसानों को 1 करोड़ 15 लाख रूपये के.सी.सी. ऋण के रूप में उपलब्ध कराया गया है। किसानों को सहकारी बैंक शाखा में शून्य बैंलेस पर खाता खोलने की सुविधा तथा लिकिंग सुविधा भी उपलब्ध करायी गयी है।
36गढ़ डाट इन