छत्तीसगढ के दुर्ग जिले के भिलाई नगर निगम में आंगनबाड़ी सहायिका और कार्यकर्ता की भर्ती में भारी भ्रष्टाचार किये जाने का मामला सामने आया है।
दुर्ग,12अक्टूबर (36गढ डाट इन) छत्तीसगढ के दुर्ग जिले के भिलाई नगर निगम में आंगनबाड़ी सहायिका और कार्यकर्ता की भर्ती में भारी भ्रष्टाचार किये जाने का मामला सामने आया है।
भर्ती में राजनीतिक दबाव के चलते दर्जनो अपात्रो को नियुक्त कर दिया गया है। विभागीय अफसरों एवं एमआईसी मेम्बर साठगांठ के चलते पात्र दावेदारों के नाम पैनल सूची से काट दिये गये है।
भिलाई नगर निगम में आंगनबाड़ी सहायिका और कार्यकर्ता की भर्ती में अपात्रों के चयन में जमकर लेनदेन की शिकायत मिली है।
वार्ड क्र. 12 मुक्तिधाम एवं वार्ड 63 रिसाली में की गई नियुक्ति के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई है। महिला एवं बाल कल्याण विभाग के द्वारा भिलाई नगर निगम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका की भर्ती बड़ी तादात में की गई है।
करीब छह माह पूर्व की गई भर्ती में नियम कायदों की जमकर धाियां उड़ाई गई है। इस मामलें में पीड़ितो ने अनियमितता का आरोप लगाते हुए कलेक्टर से शिकायत की है।
पैनल सूची में छेड़छाड़ करने चहेतों का नियुक्ति देने, नियमों की अनदेखी करने तथा आर्थिक लेन-देन की शिकायत हुई। भिलाई निगम मे हुई संपूर्ण नियुक्ति की जांच कर चयन सूची निरस्त करने की मांग की गई।
निगम ने नवीन स्वीकृत आंगनबाड़ी केंद्रो के लिए सहायिका और कार्यकर्ता की नियुक्तियां की है। इस प्रक्रिया में महिला एवं बाल विकास विभाग की परियोजना कार्यालय से बनी पेनल सूची में छेड़छाड़ हुआ है।
रिसाली वार्ड 63 की पैनल सूची में कार्यकर्ता के लिए रूखमणी चतुर्वेदी पहले नंबर पर थी, उसका नाम पांचवे नंबर पर लाया गया।
भर्ती प्रक्रिया में निगम पहले दो सूची बना रही थी, लेकिन अब तक एक ही पैनल बनाया जा रहा हैं। विधवा एवं तलाकशुदा उम्मीदवारों को चयन में वरीयता देने का प्रावधान विभाग ने किया है लेकिन निगम के अफसर, एमआईसी मेम्बर एवं भाजपा नेताओं की साठगांठ के चलते अपात्र लोगों को भर्ती में उपरित किया गया है।
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