छत्तीसगढ का राजकीय विमान यूरोकाप्टर मैना जो कि विगत चार दिनों से लापता था,के आज मध्यप्रदेश के बालाघाट के लांजी तहसील के डोढ़हा पथरा के जंगलों में मलबे एवं शवों के मिलने से अफवाहों का अंत हो गया । वायुसेना के विमान के द्वारा आज शाम तक शव राजधानी लाये जाने की संभावना है।
रायपुर, 18 जुलाई (36गढ डाट इन) छत्तीसगढ का राजकीय विमान यूरोकाप्टर मैना जो कि विगत चार दिनों से लापता था,के आज मध्यप्रदेश के बालाघाट के लांजी तहसील के डोढ़हा पथरा के जंगलों में मलबे एवं शवों के मिलने से अफवाहों का अंत हो गया । वायुसेना के विमान के द्वारा आज शाम तक शव राजधानी लाये जाने की संभावना है।
छत्तीसगढ़ सरकार के लापता शासकीय हेलीकॉप्टर मैना का क्षतिग्रस्त मलबा एवं चालक दल के चारों सदस्यों का क्षत-विक्षत शव मिल गया है।
साल्हेवारा पुलिस के मुताबिक आज सुबह साढ़े दस बजे सीआरपीएफ, पुलिस व वन विभाग के दस्ते ने भारी मशक्कत के बाद गुम हुए हेलीकॉप्टर का पता लगा लिया।
बालाघाट जिले के लांजी तहसील क्षेत्र अंतर्गत बेहद दुर्गम डोढ़हा पथरा के जंगल में हेलीकॉप्टर का मलबा व चालक दल के सदस्यों का शव बरामद किया गया।
बताया जाता है कि दलदली व पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण वायुसेना के हेलीकॉप्टर की लैडिंग के
विदित हो कि मैना हेलीकॉप्टर भोपाल से रायपुर के लिये चार दिन पूर्व निकली थी, लेकिन मार्ग भटक जाने के कारण कंट्रोल रूम से संपर्क बंद हो गया।
मिली जानकारी के मुताबिक विगत 14 जुलाई की सुबह 11.50 बजे भोपाल से निकली हेलीकाप्टर का किरनापुर के पास दोपहर 1.45 बजे कंट्रोल रूम से संपर्क भंग हो गया और हेलीकॉप्टर भटकता हुआ घनघोर जंगल सरटेकरी व डोढ़हा पथरा की क्षेत्र में चला गया।
इस बीच डिंडोरी मप्र एवं तरेगांव बोड़ला छग के जंगलों में हेलीकॉप्टर गिरने की खबरों के बाद सर्चिंग की गई लेकिन सूचनाएं गलत साबित हुई।
चालक दल के चिंतित परिजनों को ढांढस बंधाने मुख्यमंत्री समेत अन्य लोगों ने परिजनों से भेंट की थी। लापता हेलीकॉप्टर को हो रही देरी के मद्देनजर राज्य सरकार ने वायुसेना एवं इसरो से मदद मांगी थी।
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